Neolamarckia cadamba (Burflower-tree or Kadam)
It is believed that Sri Krishna in Vrindavan under the canopy of Kadamba trees performed many of his leelas. He used to play with his sakhas around these trees in Vrindavan, hence the tree is also known as "Haripriya". He is portrayed as playing his flute under its canopy. In Kadambavana Radha and Krishna were supposed to have conducted their "Raas leela". The story of the stolen clothes of Gopis by Krishna were hidden on branches of a tree related to this only.
As a student of KV read a sweet poem on this Kadam tree by the poetess Subhadra Kumari Chauhan named " Yeh kadamb ka ped" . Presenting that beautiful poem.
कदम का पेड
यह कदंब का पेड़ अगर माँ , होता यमुना तीरे ,
में भी उसपर बैठ कन्हैया बनता धीरे – धीरे।
ले देती यदि मुझे बांसुरी तुम दो पैसे वाली ,
किसी तरह नीची हो जाती यह कदंब की डाली।
तुम्हे नहीं कुछ कहता पर में चुपके – चुपके आता
उस नीची डाली से अम्मा ऊँचे पर चढ़ जाता।
वहीं बैठ फिर बड़े मजे से में बांसुरी बजाता
अम्मा – अम्मा कह वंशी के स्वर में तुम्हे बुलाता।
बहुत बुलाने पर भी माँ जब नहीं उतर कर आता
माँ , तब माँ का हृदय तुम्हारा बहुत विकल हो जाता।
तुम आँचल फैला का अम्मा वहीं पेड़ के निचे
ईश्वर से कुछ विनती करतीं बैठी आँखे मींचे।
तुम्हे ध्यान में लगी देख में धीरे – धीरे आता
और तुम्हारे फैले आँचल के निचे छिप जाता।
तुम घबरा कर आँख खोलती , पर माँ खुश हो जाती
जब अपने मुन्ना राजा को गोदी में ही पाती।
इस तरह कुछ खेला करते हम तुम धीरे – धीरे
यह कदंब का पेड़ अगर माँ होता यमुना तीरे। ।
सुभद्रा कुमारी चौहान।
Rabindra Nath Tagore also wrote some songs on Kadam tree like "Badal diner prothom kadam phul".
There is another beautiful Bengali song sang by Lata Mangeshkar on Kadam tree as well, which was composed by Salil chowdhury "Banshi keno gaye .. amare kaday". You can easily get to here this song on YouTube & Spotify etc.
No comments:
Post a Comment